( ऑडीओ - व्हीडीओ सहित )
बाज़ीचा-ऐ-अत्फाल है दुनिया मेरे आगे
होता है शब-ओ-रोज़ तमाशा मेरे आगे
[बाज़ीचा-ऐ-अत्फाल = भातुकलीचा खेळ]
इक खेल है औरंग-ऐ-सुलेमान मेरे नज़दीक
इक बात है एजाज़-ऐ-मसीहा मेरे आगे
[औरंग = सिंहासन; एजाज़ = चमत्कार]
जुज़ नाम नहीं सूरत-ऐ-आलम मुझे मंजूर
जुज़ वहम नहीं हस्ती-ऐ-आशिया मेरे आगे
[जुज़ = या शिवाय ; आलम = जग ; आशिया = गोष्ट]
होता है निहां गर्द में सेहरा मेरे होते
घिसता है जबीं ख़ाक पे दरिया मेरे आगे
[निहां = लपलेला ; गर्द = धूळ, सेहरा = वाळवंट, जबीं = कपाळ]
मत पूछ के क्या हाल है मेरा तेरे पीछे
तू देख के क्या रंग है तेरा मेरे आगे
सच कहते हो खुदबीन-ओ-खुदारा हूँ न क्यों हूँ
बैठा है बुत-ऐ-आईना सीमा मेरे आगे
[खुदबीन = गर्विष्ट, खुदारा = स्व स्तुती करणारा, बुत-ऐ-आईना = lover's mirror; सीमा = particularly]
फिर देखिये अंदाज़-ऐ-गुलफ़शानी-ऐ-गुफ्तार
रख दे कोई पैमाना-ऐ-सहबा मेरे आगे
[गुलफ़शानी = to scatter flowers while speaking, सहबा = दारू]
नफरत का गुमाँ गुज़रे है मैं रश्क से गुज़रा
क्यों कर कहूँ लो नाम ना उस का मेरे आगे
[गुमाँ = suspicion; रश्क = असूया]
ईमान मुझे रोके है जो खींचे है मुझे कुफ्र
काबा मेरे पीछे है कलीसा मेरे आगे
[कुफ्र = impiety, कलीसा = church]
आशिक हूँ पे माशूक्फरेबी है मेरा काम
मजनूं को बुरा कहती है लैला मेरे आगे
खुश होते हैं पर वस्ल में यूं मर नहीं जाते
आई शब-ऐ-हिजरां की तमन्ना मेरे आगे
है मौजज़न इक कुल्ज़ुम-ऐ-खून काश! यही हो
आता है अभी देखिये क्या-क्या मेरे आगे
[मौजज़न = turbulent, कुल्ज़ुम = समुद्र]
जो हाथ को जुम्बिश नहीं आंखों में तो दम है
रहने दो अभी सागर-ओ-मीना मेरे आगे
[जुम्बिश = हालचाल; सागर-ओ-मीना =दारू चा पेला]
हमपेशा-ओ-हम्माशाराब-ओ-हमराज़ है मेरा
'ग़ालिब' को बुरा क्यों कहो अच्छा मेरे आगे
( bajicha e atfal hai duniya mere aage )
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