( ऑडीओ - व्हीडीओ सहित )
पुरानी जीन्स और गिटार
मोहल्ले की वो छत और मेरे यार
वो रातों को जागना
सुबह घर जाना कूद के दीवार
वो सिगरेट पीना गली में जाके।
वो दॉतों को घड़ी-घड़ी साफ
पहुँचना कॉलेज हमेशा लेट
वो कहना सर का- ‘गेट आउट फ्रॉम दी क्लास!
वो बाहर जाके हमेशा कहना-
यहॉं का सिस्टम ही है खराब।
वो जाके कैंटिन में टेबल बजाके
वो गाने गाना यारों के साथ
बस यादें, यादें रह जाती हैं
कुछ छोटी,छोटी बातें रह जाती हैं।
बस यादें............
वो पापा का डाटना
वो कहना मम्मी का- छोड़िए जी आप!
तुम्हें तो नजर आता है
जहॉं में बेटा मेरा ही खराब!
वो दिल में सोचना करके कुछ दिखा दें
वो करना प्लैनिंग रोज़ नयी यार।
लड़कपन का वो पहला प्यार
वो लिखना हाथों पे ए प्लस आर.
वो खिड़की से झॉंकना
वो लिखना लेटर तुम्हें बार-बार
वो देना तोहफे में सोने की बालियॉं
वो लेना दोस्तों से पैसे उधार
बस यादें, यादें रह जाती हैं
कुछ छोटी,छोटी बातें रह जाती हैं।
बस यादें............
ऐसी यादों का मौसम चला
भूलता ही नहीं दिल मेरा
पुरानी जीन्स और गिटार
मोहल्ले की वो छत और मेरे यार
वो रातों को जागना
सुबह घर जाना कूद के दीवार
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